जनसेवा की बजाए सोशल मीडिया पर टिकी हुई है लालू परिवार की राजनीति: राजीव रंजन
Date posted: 9 December 2021
पटना: राजद पर चुटकी लेते हुए भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष ने कहा कि सोशल मीडिया आने का सबसे अधिक फायदा राजद-कांग्रेस जैसे जमीन से कटे वंशवादी दलों को हुआ है. पहले छपने की मजबूरी के कारण इनके नेताओं को बाहर निकलना पड़ भी जाता था, लेकिन अब सोशल मीडिया के कारण महज दो चार ट्वीट में ही इनकी राजनीतिक खानापूर्ति हो जाती है.
उन्होंने कहा कि राजद में हालात ऐसे हो चुके हैं कि अब लालू प्रसाद जी भी लाठी छोड़ ट्विटर पकड़ चुके हैं. वास्तव में राजद का पूरा कुनबा ही अब फेसबुक और ट्विटर पर आश्रित हो चुका है. जनसेवा इनसे पहले भी नहीं होती थी, अखबार के पन्ने वैसे ही इनके काले कारनामों से रंगे रहते थे. लेकिन अब आपदा में लापता होने के बाद भी इन्हें बयान देने में आसानी होती है.
श्री रंजन ने कहा कि लालू परिवार के साइबर परिवार बनने से आज ट्विटर-फेसबुक भी खून के आंसू रो रहे हैं. हर कोई जानता है कि इस पार्टी के नेताओं को जितनी सत्य से एलर्जी है उतना ही झूठ और दुष्प्रचार से प्यार. अब फर्जीवाड़े से इनकी यह मोहब्बत ट्विटर-फेसबुक पर भी जम कर छलक रही है. ऐसा कोई दिन नहीं बीतता जब इसं परिवार के हर सदस्य में अभद्र और अमर्यादित भाषा में सने हुए दो-चार ट्वीट सामने नहीं आते हो. इसके कारण अब फेसबुक और ट्विटर की विश्वसनीयता भी सवालों के घेरे में आ चुकी है.
उन्होंने कहा कि मोदी राज में डिजिटल इंडिया के तहत हुए विकास का सबसे अधिक लाभ आज लालू परिवार और उनके सहयोगी ही उठा रहे हैं. लेकिन यह इनका पाखंड और दोमुहांपन ही है कि मोदी राज में सस्ते डाटा और तेज इन्टरनेट का रोजाना उपयोग करते हुए यह उल्टे मोदी सरकार को ही कोसते रहते हैं. वास्तव में लालू जी को तो प्रधानमन्त्री मोदी का शुक्रिया अदा करना चाहिए, जिसके कारण अब वह घर बैठे-बैठे ही कांग्रेस के इशारे पर लोगों को भड़काने और गुमराह करने का काम कर पा रहे हैं.
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