कार्यस्थल से गायब रहने वाले अधिकारियों पर कड़ी कार्यवाही करें: डाॅ. महेन्द्र सिंह

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के जलशक्ति मंत्री डाॅ. महेन्द्र सिंह ने यूपीपीसीएल के अधिकारियों से कहा है कि फाइल, फील्ड और आॅफिसर तीनों बेहतर समन्वय करके इस संस्था को उत्कृष्ट संस्था बनाएं क्योंकि यही तीनों गुण संस्था के प्रगति के आधार हैं। उन्होंने कहा है कि कारपोरेशन द्वारा कराये जा रहे कार्यों का कार्यस्थल पर ही अनुश्रवण सुनिश्चित किया जाय। इसके साथ ही निर्माण कार्यों की गुणवत्ता, समयबद्धता के आधार पर कार्यों का वर्गीकरण किया जाय। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि कार्यस्थल से गायब रहने वाले अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाय।

जलशक्ति मंत्री आज यहां देर शाम यूपी प्रोजेक्ट्स कारपोरेशन लि0 गोमती बैराज लखनऊ के सभागार में वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कारपोरेशन के कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश की मौजूदा सरकार के मा0 मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने सरकारी कार्यों में एक पारदर्शी कार्य संस्कृति विकसित की है उसको उत्तरोत्तर आगे बढ़ाया जाय। इसके साथ ही ठेकेदारों को गुणवत्ता, समयबद्धता के आधार पर चिन्हित किया जाय। निर्माण कार्यों के प्रति उदासीनता या लापरवाही बरतने वाले ठेकेदारों के खिलाफ भी कार्यवाही की जाय।

जलशक्ति मंत्री ने कहा कि यूपीपीसीएल की छवि को और बेहतर बनाना राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने कारपोरेशन के कार्यों की जोनवार साप्ताहिक समीक्षा करने के निर्देश दिये, जिससे अलग-अलग क्षेत्रों में कराये जा रहे कार्यों और उसके परिणामों को बारीकी से परखा जा सके। उन्होंने विभाग, जिला तथा परियोजनावार ब्योरा तैयार कर उनकी नियमित समीक्षा किये जाने के भी निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि कारपोरेशन के अधिकारी अन्य निर्माण संस्थाओं के साथ स्वस्थ प्रतिस्पर्धा कर यूपीपीसीएल की छवि को और बेहतर बनाएं।

जलशक्ति मंत्री ने कहा कि सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग पूरी सक्रियता एवं गम्भीरता से कार्यों को प्राथमिकता देते हुए निर्धारित समय में योजनाओं को पूरा कराने में लगा हुआ है जिसका परिणाम है कि पहली बार जन प्रतिनिधियों ने बाढ़ सुरक्षा कार्यों व नहरों के सिल्ट सफाई की मुक्त कंठ से सराहना की है। उन्होंने कहा कि सिंचाई विभाग में नियुक्ति और तैनाती को पारदर्शी और भ्रष्टाचारमुक्त बनाकर नई मिशाल पैदा की गयी है। उन्होंने कहा कि उ0प्र0 की योगी सरकार ने दर्जनों क्षेत्रों में प्रथम स्थान प्राप्त कर प्रदेश का गौरव बढ़ाया है। उन्होंने अधिकारियों को चिन्तन, मनन और नई परिकल्पनाओं के आधार पर कार्ययोजना तैयार किये जाने के निर्देश दिये हैं।

प्रबंध निदेशक यूपीपीसीएल श्री नवीन कपूर ने कारपोरेशन के कार्यों के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए जलशक्ति मंत्री को अवगत कराया कि देश के उत्तर पूर्वी राज्य में स्पोट्र्स अथाॅरिटी आॅफ इण्डिया द्वारा कारपोरेशन को प्रोजेक्ट मैनेजमेंट कन्सल्टेन्ट नियुक्त किया गया है। आने वाले समय में 500 करोड़ रूपए के कार्य कारपोरेशन को आवंटित किये जाने की सम्भावना है।

श्री कपूर ने आगे बताया कि झारखण्ड राज्य के पाकुर एवं रामगढ़ में जवाहर नवोदय विद्यालय समिति द्वारा दो नये विद्यालय भवन निर्माण कार्य कारपोरेशन को प्राप्त हुए हैं, जिनकी मौजूदा समय में लागत 75 करोड़ रूपए है। इन कार्यों को अगले तीन महीने में प्रारम्भ कर दिया जायेगा। इसी प्रकार उत्तराखण्ड, उड़ीसा, छत्तीसगढ़ में कार्य प्राप्त करने के प्रयास किये जा रहे हैं। कारपोरेशन के प्रयासों के चलते क्योंझर में जवाहर नवोदर विद्यालय के निर्माण हेतु 5.91 करोड़ रूपए के कार्य आवंटित हुए।

इसके अलावा अन्य राज्यों में प्रतिस्पर्धात्मक निविदाओं में कारपोरेशन द्वारा पूरी सक्रियता से भागीदारी की जा रही है। श्री कपूर ने यह भी बताया कि प्रदेश में 19 विभागों के कार्य, जिनकी संख्या लगभग 2728 है कारपोरेशन की 29 इकाईयों के माध्यम से कराया जा रहा है। श्री कपूर ने जलशक्ति मंत्री को आश्वस्त किया कि कारपोरेशन अपनी गुणवत्ता एवं दक्षता के आधार पर प्रदेश ही नहीं बल्कि अन्य राज्यों के बड़े निर्माण कार्य प्राप्त करने में सफल होगा। इसके साथ ही कारपोरेशन गुणवत्ता एवं समयबद्धता हर स्तर पर सुनिश्चित करेगा। इस अवसर पर कारपोरेशन सिंचाई तथा इससे सम्बंधित अन्य अधिकारी एवं अभियन्तागण मौजूद थे।

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