यमुना प्राधिकरण में हो रहे सफाई कर्मचारियों पर हो रहे अत्याचार का पर्दाफाश

नोएडा:  सफाई मजदूर गरीब उत्थान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष रविंद्र प्रधान अपनी पूरी टीम के साथ यमुना प्राधिकरण पहुंचे जहां पर सफाई कर्मचारियों उन्हें रविंद्र प्रधान प्रदेश अध्यक्ष को बताया कि वह पिछले 3 साल से जेवर एयरपोर्ट के आसपास के रोड पर वह गांव में कार्य कर रहे हैं और उन्हें ₹7000 वेतन दिया जा रहा है जिसमें की किसी भी कर्मचारी का ईएसआई व पीएफ नहीं है। दुख का विषय यह भी सामने आया कि पिछले कोरोनावायरस भी तीन कर्मचारी खत्म हो चुके हैं जिनके लिए प्रधानमंत्री ने कि अगर कोई कर्मचारी कोरोना महामारी में खत्म होता है तो उस कर्मचारी के परिवार को एक करोड़ का मुआवजा दिया जाएगा।परंतु वहां जो तीन कर्मचारी कार्य करते हुए खत्म हुए हैं |

उनको व उनके परिवार को किसी प्रकार का कोई लाभ सरकार द्वारा नहीं मिला है।इतनी बात सुनते ही रविंद्र प्रधान यमुना प्राधिकरण के अधिकारी व ठेकेदार दोनों पर बुरी तरह भड़के और कहा कि यह सफाई कर्मचारी देश की पहली सीढ़ी माने जाते हैं परंतु आप इन लोगों पर अत्याचार कर रहे हो इसका खामियाजा आपको भुगतना पड़ेगा। रविंद्र प्रधान द्वारा यमुना प्राधिकरण के जीएम के के सिंह से भी वार्ता की गई।उन्होंने बताया कि हम नोएडा प्राधिकरण के समान बोर्ड बनाकर अपने ठेकेदार को सभी फैसलेटी  के साथ कार्य कराने की अनुमति देते हैं परंतु वह अगर नहीं दे रहे हैं तो इसके बारे में हमें कोई जानकारी नहीं है।इस के लिए रविंद्र प्रधान ने उनको प्रिंसिपल एंपलॉयर बताते हुए कहा कि इनको सभी मूलभूत सुविधा दिलाने का अधिकार आपका था परंतु आप पिछले 3 साल से कर्मचारियों की हर समस्या को अनदेखी कर रहे थे। इसके लिए मैं आपके ऊपर हरिजन एक्ट में मुकदमा दर्ज कर आऊंगा और कर्मचारियों को आश्वासन दिया कि जो मेरे भाई कोरोना महामारी में कार्य करते हुए खत्म हुए हैं उनको जो सरकार द्वारा एक करोड़ का मुआवजा घोषित किया गया था।

उसे दिलाने के लिए मैं पूरी मेहनत करूंगा और इनके परिवारों को सरकार द्वारा दी जा रही मदद का लाभ दिलाऊंगा और रविंद्र प्रधान ने ठेकेदार को फटकार लगाते हुए सफाई कर्मचारियों के सभी मूलभूत अधिकारों को देने के लिए कहा कि अगर सफाई कर्मचारियों की किसी भी तरह की अनदेखी की गई तो सफाई मजदूर गरीब उत्थान यूनियन इसे बर्दाश्त नहीं करेगी और यमुना प्राधिकरण का पूरा कार्य बंद कर सफाई कर्मचारियों को हड़ताल पर बैठने के लिए मजबूर होना पड़ेगा जिसके लिए जिम्मेदार यहां के सभी वरिष्ठ अधिकारी व ठेकेदार स्वयं होंगे। वार्ता में मौजूद सफाई मजदूर गरीब उत्थान यूनियन के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष राज खरे विकल फौजी अंकित फौजी राजेंद्र प्रधान जगदीश मकवाना संतोष चौटाला नेमी चौहान मौजूद रहे।

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