निष्पक्ष जांच के लिए परिवहन मंत्री को हटाया जाये: आदेश गुप्ता
Date posted: 15 July 2021
नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी ने एक बार फिर आज उपराज्यपाल अनिल बैजल से डी.टी.सी. बस घोटाले की जांच भ्रष्टाचार विरोधी विभाग से कराने की मांग करते हुए इसके लिए दोषी परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत सहित दोषी अधिकारियों को जांच होने तक हटाने को कहा है।
प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कहा कि इस घोटाले की जांच के लिए बनी समिति ने भी बसों की खरीद के साथ उनके रखरखाव के टेंडर को गलत बताते हुए उसे रद्द कर नये सिरे से जारी करने को कहा है। उन्होंने कहा कि इससे स्पष्ट है कि केजरीवाल सरकार ने 3500 करोड़ रुपये से ज्यादा की गड़बड़ी की है। इसलिए जनहित में इस मामले की उच्चस्तरीय जांच होनी ही चाहिए।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कहा कि बस घोटाले की जांच को लेकर वे उपराज्यपाल से मिलेंगे। 1000 लो फ्लोर बसों की खरीद में कोई पारदर्शिता नहीं है। इस संबंध में दिल्ली परिवहन निगम और केजरीवाल सरकार के परिवहन मंत्री के बयान भी अलग-अलग हैं। उन्होंने उपराज्यपाल को लिखे अपने पत्र में कहा था कि बसों की वारंटी समय के दौरान देखभाल का समझौता किया गया है जिसके लिए 3500 करोड़ रुपये दिए जाएंगे।
श्री गुप्ता ने कहा कि वारंटी समय के दौरान जब सामान की जिम्मेदारी कंपनी की ही रहती है तो ऐसे में अतिरिक्त 3500 करोड़ रुपये की देखभाल समझौता करने की बात तर्क से परे है। उन्होंने कहा कि बसों की खरीद पर 875 करोड़ रुपये खर्च किये जा रहे हैं और उनके देखभाल के लिए 3 वर्षों में 3500 करोड़ रुपये खर्च करने का अनुबंध अपने आप में एक बड़े घोटाले का सबूत है। श्री गुप्ता ने उपराज्यपाल से इस मामले में रिपोर्ट दर्ज कर जांच का काम भ्रष्टाचार विरोधी शाखा को सौंपने की मांग की है।
उन्होंने कहा कि दिल्ली में आज 15000 बसों की जरूरत है, लेकिन पिछले 7 सालों में केजरीवाल सरकार ने एक भी बस की खरीद नहीं की। आज जितनी बसें दिल्ली की सड़कों पर चल रही है वो सभी बसें सितंबर तक सड़कों से हटा ली जाएगी क्योंकि उनकी मियाद पूरी हो जाएगी। इसलिए दिल्ली में बसों की भारी कमी हो जाएगी।
आदेश गुप्ता ने कहा कि दिल्ली की परिवहन व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है। दिल्ली को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की देन मेट्रो ने बचा रखा है नहीं तो यहां की बस व्यवस्था और भी बदतर होती। उन्होंने कहा कि अगर केजरीवाल वास्तव में ईमानदार हैं और इस बस घोटाले में उनका हाथ नहीं है तो उन्हें अपने परिवहन मंत्री, जो इस घोटाले के मुखिया हैं, उन्हें बर्खास्त करना चाहिए। उन्होंने कहा कि सच्चाई तो यह है कि केजरीवाल खुद ही भ्रष्ट हो चुके हैं और भ्रष्टकमाई के पैसे से अपनी पार्टी के विस्तार कार्यक्रम को चला रहे हैं।
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