जहांगीरपुरी में मुस्लिम समाज पर एकपक्षीय कार्यवाही दुर्भाग्यपूर्ण : संजय गुर्जर
Date posted: 24 April 2022
नोएडा: “भारत बचाओ, संविधान बचाओ आंदोलन” के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय गुर्जर ने जारी एक बयान में कहा है कि दिल्ली जहाँगीर पुरी की घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। केंद्र और प्रदेश सरकार ने एकतरफा कार्यवाही की जिससे लोगों का मनोबल टूटा है व लोकतंत्र और न्याय व्यवस्था से भरोसा उठा है। मैं केंद्र सरकार व दिल्ली प्रदेश सरकार से पूछता हूं कि अगर हिंसा हुई है तो वो हिंसा केवल मुस्लिम समाज के ही लोगों ने की है? दूसरे पक्ष की कोई गलती ही नही थी? और जब दूसरे पक्ष की गलती नही थी तो फिर हिंसा कैसे हो गई?
मुस्लिम समाज के धार्मिक स्थल पर जाने वालों की गलती है या अपने धर्मिक स्थल की रक्षा करने वालों की? जब सभी को यह पता है कि कोई भी झगड़ा एक तरफ से नही किया जा सकता और उसमें दोनों ही पक्ष दोषी होते हैं तो फिर मुस्लिम समाज के 14 लोगों पर ही कार्यवाही क्यों की गई? इसका मतलब ये है कि यह सब जान- बूझ कर सरकारों के इशारों पर किया जा रहा था और “भारत बचाओ, संविधान बचाओ आंदोलन” इस घटना की घोर निंदा करता है और मांग करता है कि दूसरे पक्ष के लोग किसी भी संगठन या राजनीतिक दल के हों उन सभी 28 लोगो पर उन्ही धाराओं में मुकदमें किये जायें जिन धाराओं में मुस्लिम समाज के लोगों पर मुकदमें किये गये हैं। दूसरा केंद्र व प्रदेश सरकार ने दिल्ली के जहांगीरपुरी में इस घटना के होने के बाद जो बुल्डोजर चलवाया है वो आग में घी का कार्य किया है। जब वहां एक बड़ा फसाद हुआ है तो सरकार को वहां बुल्डोजर चलाने की क्या जरूरत आ पड़ी थी?और सबसे बड़े कमाल की बात यह है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश की कॉपी भी मस्जिद के चबूतरे को तोड़ने के बाद पहुंचती है।
तो यह बात सिद्ध होती है कि ये सब केंद्र व दिल्ली प्रदेश की सरकार के इशारे पर किया गया है।इन सभी बातों को ध्यान में रखकर अगर सोचा जाये तो दूध का दूध और पानी का पानी हो गया है कि इस प्रकरण में सरकारो का पूरी तरह हाथ रहा है इस लिये न्याय की उम्मीद सरकारों से करना मूर्खता होगी। इस लिये “भारत बचाओ, संविधान बचाओ आंदोलन”लोकतंत्र की जनता से पूछता है कि ये कब तक चलेगा? और कब तक बर्दाश्त किया जायेगा?हम सब को मिलकर एक बड़ा विकल्प खड़ा करने की जरूरत है। नहीं तो रोज यही होता रहेगा।जितनी भी राष्ट्रवादी ताकत है वे अगर एक नहीं हुईं तो देश बर्बाद हो जायेगा। तीन परसेंट लोग देश को चला रहे हैं वो भी वे लोग जिनका देश की किसी भी ऐतिहासिक लड़ाई में कोई योगदान नही रहा और उनका राष्ट्रवाद का नारा भी खोखला है। देश के तमाम अमन पसंद हिन्दू और मुस्लिमों को एक होने बहुत जरूरत है।
अगर हम लोग घरों में बैठे रहेंगे तो देश को ग़ुलाम होने से कोई नही बचा सकता। हमारा मकसद केवल इन्सानियत को बचाना है। किसी मुस्लिम के साथ जुल्म होगा या किसी हिन्दू के साथ जुल्म होगा तो “भारत बचाओ, संविधान बचाओ ये बर्दाश्त नहीं कर सकता। हमारी लड़ाई जुल्म और अत्याचार के खिलाफ है और जो लोग लड़ना चाहते हैं वो “भारत बचाओ, संविधान बचाओ आंदोलन” के साथ जुड़कर देश को चोरों से बचाने की हमारी मुहिम से जुड़े।
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