देश में कोरोना के सबसे अधिक टेस्ट करने वाला राज्य बना उत्तर प्रदेश
Date posted: 6 December 2020
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल ने लोक भवन में प्रेस प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए बताया कि प्रदेश आज देश में सबसे अधिक कोविड-19 टेस्ट करने वाला प्रदेश बन गया है। 02 करोड़ से अधिक कोविड-19 के टेस्ट हो चुके हैं। मुख्यमंत्री ने आज इसकी समीक्षा की थी। इसके साथ-साथ उन्होंने यह भी समीक्षा की थी कि उन्होंने कहा कि जैसे ही वैक्सीन आती है। वैक्सीन को रखने के लिए कोल्ड चेन की व्यवस्था पहले से ही कर ली जाय। वैक्सीनेटर (जो कि टीका लगाने वाले हैं) उनका भी प्रशिक्षण समय से कर लिया जाय और कहां-कहां पर वैक्सीन स्टोर की जायेगी वहां पर समुचित प्रबंधन की व्यवस्था सुनिश्चित करा ली जाय। सभी से अपील है कि कोविड-19 के गाइडलाइन का शत-प्रतिशत पालन अवश्य करे। इस समय विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि मास्क पहनें, हाथ धोते रहें, सोशल डिस्टेंसिंग रखें तथा भीड़भाड़ से दूर रहें।
श्री सहगल ने बताया कि आर्थिक गतिविधियां और अधिक तेजी से बढ़ें, इसके लिए प्रदेश सरकार निरन्तर प्रयास कर रही है। रोजगार के अवसर सृजित करने के लिए तथा आर्थिक गतिविधियां को और बढ़ाने के लिए सरकार के प्रोत्साहन से नई एम0एस0एम0ई0 इकाइयां खुल रही है। 6.49 लाख नई एम0एस0एम0ई0 इकाइयांें को 19,796 करोड़ रूपये का ऋण दिया गया है। उन्होंने बताया कि नई एमएसएमई इकाईयों से लगभग 25 लाख रोजगार के अवसर सृजित हुए हैं, ये प्रक्रिया सत्त जारी रहेगी।
श्री सहगल ने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा प्रदेश में रोजगार, स्वरोजगार, कौशल प्रशिक्षण तथा अप्रेन्टिसशिप के माध्यम से रोजगार व स्वरोजगार के विशेष अवसर सृजन किये जाने के उद्देश्य से ‘मिशन रोजगार’ के नाम से एक विशेष अभियान चल रहा है। इस अभियान के तहत विभिन्न सरकारी विभागों, संगठनों, स्वयंसेवी संस्थाओं, निगमों, परिषदों, बोर्डों तथा प्रदेश सरकार के विभिन्न स्थानीय निकायों जिनमें कि विभिन्न प्राधिकरण विशेषकर विकास प्राधिकरण तथा औद्योगिक विकास प्राधिकरण भी सम्मिलित है, के माध्यम से एक समन्वित रूप से प्रदेश में युवाओं हेतु रोजगार, स्वरोजगार के सृजन के साथ ही कौशल प्रशिक्षण तथा अप्रेन्टिसशिप के माध्यम से अधिक से अधिक रोजगार, स्वरोजगार के अवसरों का सृजन किये जाएंगे। इस अभियान में दिये गये विभिन्न कार्यों के सम्बन्ध में सम्बन्धित विभागों द्वारा विस्तृत विभागवार एवं जनपदवार कार्य-योजना बनायी जायेगी। कार्य-योजना के आंकड़े एकत्रित करते हुये वर्तमान वित्तीय वर्ष में प्रस्तावित नियुक्तियां, प्रशिक्षण, अनुमतियों, आवंटन इत्यादि के माध्यम से प्रदेश में रोजगार, स्वरोजगार, कौशल प्रशिक्षण तथा अप्रेन्टिसशिप के माध्यम से सृजित रोजगार, स्वरोजगार के सम्बन्ध में विस्तृत संख्या सहित कार्य-योजना को मूर्तरूप देकर प्रदेश में इस वित्तीय वर्ष के समाप्ति तक 50 लाख युवाओं को रोजगार, स्वरोजगार के लिये सक्षम बनाया जायेगा। उन्होंने बताया कि प्रदेश में सरकारी नौकरियां के रिक्त पदों पर जल्द से जल्द भर्ती की जायेगी। इस क्रम में आज मा0 मुख्यमंत्री जी द्वारा लगभग 36 हजार बेसिक शिक्षा विभाग के नवचयनित शिक्षकांे को नियुक्ति पत्र वितरित किये।
सहगल ने बताया कि प्रदेश सरकार किसानों से मुख्यमंत्री के निर्देश पर निरन्तर धान खरीद की समीक्षा की जा रही है। इस संबंध में सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि किसानों के धान की खरीद समय से हो तथा उन्हें धान व मक्का का न्यूनतम समर्थन मूल्य अवश्य मिले। धान और मक्का की खरीद का भुगतान 72 घंटे के अन्दर सुनिश्चित किया जाये। मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि जिलाधिकारी की यह जिम्मेदारी है कि किसानों को किसी प्रकार की समस्या न होे तथा क्रय केन्द्र सुचारू रूप से कार्य करे। उन्होंने बताया कि किसी भी प्रकार की अधिकारियो/कर्मचारियों द्वारा लापरवाही बरती जाती है तो उनके विरूद्ध कार्यवाही की जायेगी। धान क्रय केन्द्र पर शिकायत मिलने पर जिलाधिकारी की जिम्मेदारी होगी। धान क्रय केन्द्रांे पर जिलाधिकारी द्वारा निरन्तर अनुश्रवण तथा आकस्मिक निरीक्षण करे। किसानों से निरन्तर धान की खरीद की जा रही है। उन्होंने बताया कि अब तक किसानों से 267.27 लाख कु0 धान की खरीद की जा चुकी है, जो पिछले वर्ष से डेढ़ गुना से भी अधिक है। प्रदेश में 102 मक्का क्रय केन्द्र से अब तक किसानों से 3 लाख 41 हजार कु0 मक्का की खरीद की जा चुकी है।
अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में कल एक दिन में कुल 1,67,938 सैम्पल की जांच की गयी। प्रदेश में अब तक कुल 2,01,28,312 सैम्पल की जांच की गयी है। उत्तर प्रदेश देश में कोविड-19 की टेस्टिंग करने में पहला राज्य बन गया है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में पिछले 24 घंटे में कोरोना सेे संक्रमित 1940 नये मामले आये हैं। प्रदेश में 22,245 कोरोना के एक्टिव मामले में से 10,450 लोग होम आइसोलेशन में हैं। उन्होंने बताया कि निजी चिकित्सालयों में 2117 लोग ईलाज करा रहे हैं, इसके अतिरिक्त बाकी मरीज एल-1, एल-2 तथा एल-3 के सरकारी अस्पतालों मंे अपना ईलाज करा रहे हंै। उन्होंने बताया कि प्रदेश में पिछले 24 घंटे में 2230 लोग कोविड-19 से ठीक होकर डिस्चार्ज हो चुके हैं। अब तक कुल 5,22,867 लोग कोविड-19 से ठीक होकर डिस्चार्ज हो चुके हैं। प्रदेश में रिकवरी का प्रतिशत 94.50 है। प्रदेश में सर्विलांस टीम के माध्यम से 1,69,633 क्षेत्रों में 4,77,013 टीम दिवस के माध्यम से 2,99,84,434 घरों के 14,63,88,372 जनसंख्या का सर्वेक्षण किया गया है। उन्होंने बताया कि चिकित्सकीय उपचार के लिए ई-संजीवनी पोर्टल शुरू किया गया है। ई-संजीवनी के माध्यम से कल एक दिन में 1795 लोगों ने चिकित्सकीय परामर्श लिया। अब तक कुल 2,49,645 लोगों ने ई-संजीवनी पोर्टल पर चिकित्सकीय परामर्श लिया।
श्री प्रसाद ने बताया कि प्रदेश के सभी जनपदों में कोविड-19 संक्रमित क्षेत्रों की मैपिंग की जा रही है। जिसके माध्यम से संक्रमित इलाकों, मोहल्लों को उक्त मैपिंग के माध्यम से चिन्हित किया जा रहा है। इन चिन्हित स्थानों की भी फोकस टेस्टिंग की जायेगी। उन्होंने बताया कि 01, 02 व 03 दिसम्बर, 2020 को विशेष अभियान चलाकर बैण्ड-बाजा, लाइट, टैण्ट, मैरिज हाॅल, डीजे, के स्टाॅफों की फोकस टेस्टिंग करायी गयी है। अब 06 और 07 दिसम्बर, 2020 को ब्यूटी पाॅर्लर, कपड़ों तथा टेलर्स की दुकानों में काम करने वाले लोगों की फोकस टेस्टिंग की जायेगी। उन्होंने कहा कि कोविड-19 से बचाव हेतु सतर्कता बरते तथा सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनें, हाथ धोते रहें, लोगो से सोशल डिस्टेंसिंग रखें तथा भीड़भाड़ से दूरी बनाये रखें। विशेषकर बच्चे, बुजुर्ग, गर्भवती महिलाएं तथा पहले से बीमार व्यक्तियों को सार्वजनिक कार्यक्रम/स्थनों से दूर रखकर संक्रमण से सुरक्षित किया जा सकता है।
श्री प्रसाद ने बताया कि आज मुख्यमंत्री कोविड टेस्ट सेन्टर लोकेटर एप का लोकार्पण करेंगे। इस एप के माध्यम से उपयोगकर्ता द्वारा 05 किलोमीटर के दायरे में स्थित कोविड-19 जांच केन्द्र की जानकारी प्राप्त की जा सकेगी। इस एप के माध्यम से उपयोगकर्ता को जांच केन्द्र के संचालन की समयावधि के साथ-साथ केन्द्र पर उपलब्ध कोविड-19 की टेस्टिंग विधि की जानकारी भी मिलेगी। प्रदेश सरकार वैश्विक महामारी कोविड-19 के नियंत्रण के लिए तकनीकी का व्यापक और बेहतर प्रयोग कर रही है। कोविड-19 को डिजिटाइज किया गया है। कोविड-19 की जांच कराने वाले व्यक्ति को टेस्टिंग के परिणाम की जानकारी मोबाइल फोन के माध्यम से पहुंचाने की व्यवस्था भी की गई है।
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