फिल्म उद्योग में उत्तर प्रदेश का एक महत्वपूर्ण योगदान रहा है: मौर्य
Date posted: 8 November 2020
लखनऊ: जनसम्पर्क विभाग, उ0प्र0केशव प्रसाद मौर्य ने किया फिल्म विकास परिषद कार्यालय का उद्घाटनरोजगार के नए अवसर सृजित होंगेकेशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि उ0प्र0 में नोएडा स्थित फिल्म सिटी के निर्मित होने से उ0प्र0 के कलाकारों को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे। फिल्म उद्योग में उत्तर प्रदेश का एक महत्वपूर्ण योगदान रहा है। प्रदेश के कलाकार उत्तर प्रदेश में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में प्रदेश का नाम रौशन कर रहे हैं। वर्तमान सरकार का प्रयास है कि प्रतिभाओं का पलायन न हो और अधिक से अधिक रोजगार के अवसर सृजित हों।
नई प्रस्तावित फिल्म सिटी के अनुसार वर्तमान सरकार कार्य कर रही है। फिल्म विकास परिषद का यह कार्यालय उत्तर प्रदेश को मुम्बई से बड़ी फिल्म सिटी देने जा रहा है।उद्गार प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने आज पं. दीनदयाल उपाध्याय, सूचना परिसर भवन के छठवें तल पर स्थित फिल्म विकास परिषद के अध्यक्ष के कार्यालय कक्ष के उद्घाटन के अवसर पर व्यक्त किये। उन्हांेने इस अवसर पर फिल्म विकास परिषद के अध्यक्ष राजू श्रीवास्तव को बधाई देते हुए कहा कि फिल्म विकास परिषद का कार्यालय बन जाने से कलाकारों को हर प्रकार की जानकारी प्राप्त हो सकेगी और फिल्मों आदि में रुचि रखने वाले कलाकारों को अपनी प्रतिभा को प्रदर्शित करने का अवसर मिलेगा।रोजगार के अवसर सृजित करना वर्तमान सरकार की प्राथमिकता है। इसी के तहत प्रदेश में एक भव्य फिल्म सिटी का निर्माण कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि फिल्म निर्माता एवं निर्देशकों को उत्तर प्रदेश में फिल्म उद्योग से सम्बन्धित कार्यो हेतु आकर्षित करने तथा हर प्रकार की सुविधाएं वर्तमान सरकार द्वारा देने का प्रयास किया जायेगा।
राजू श्रीवास्तव ने यह भी कहा कि प्रदेश में पर्यटन की असीम संभावनाएं हैं और सबसे बड़ा प्रदेश होने के नाते यहां पर ऐतिहासिक एवं दर्शनीय स्थल होने के कारण शूटिंग में निर्माता/निर्देशकों को सुगमता होगी।पूंजी निवेश आकर्षित होगी तथा देश व प्रदेश की जनता को स्वस्थ व अपेक्षाकृत सस्ता मनोरंज उपलब्ध होगा।अपर मुख्य सचिव सूचना डा0 नवनीत सहगल, निदेशक सूचना शिशिर, संयुक्त निदेशक विनोद कुमार पाण्डेय, हेमंत कुमार सिंह, उप निदेशक हरिशंकर त्रिपाठी, उप-निदेशक दिनेश कुमार सहगल, फिल्म निर्माण अधिकारी, संजय कुमार अस्थाना, सहायक ऋषि कुमार सक्सेना के अतिरिक्त मनोज लाल एडवोकेट, मुख्य सलाहकार अजीत सक्सेना-फिल्म विकास परिषद, आशीष श्रीवास्तव, सलाहाकार तथा मीडिया बिजनेस कन्सलटेन्ट आशीष कुमार जौहरी उपस्थित थे।ध् 04रू15 च्ड नं0: 0522 2237230 0522 2239586 ई-मेल: पदवितउंजपवदऋनच एवं लंीववण्बवण्पदजनपदों के 19 सेतुओं के चालू निर्माण कार्यों हेतु 8 नवंबर 2020जनपदों में सेतु निगम के 04 एवं लोक निर्माण विभाग के 15, कुल 19 चालू कार्यों हेतु रू० 19 करोड 13 लाख 69 हजार की धनराशि अवमुक्त की गई है। इस संबंध में आवश्यक शासनादेश उत्तर प्रदेश शासन, लोक निर्माण अनुभाग-10 द्वारा जारी किया गया है ।जनपद बांदा, जौनपुर, सहारनपुर, बरेली, उन्नाव एवं बस्ती जनपदों में चल रहा है, जिसमें 08 पुलों का निर्माण जनपद उन्नाव में, 4 पुलों का निर्माण जनपद सहारनपुर में, जनपद बांदा, बरेली व जौनपुर में 2-2 पुलों तथा एक पुल का निर्माण जनपद बस्ती में किया जा रहा है।
केशव प्रसाद मौर्य ने लोक निर्माण विभाग व सेतु निगम के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वह अवमुक्त धनराशि को निर्धारित परियोजनाओं पर ही मानक और विशिष्टियांे के अनुरूप व्यय करें। इसका उपयोग अन्य किसी प्रयोजन में नहीं किया जाएगा। उन्होंने सभी कार्यों को निर्धारित समय सीमा के अन्दर पूरा करने के निर्देश दिए हैं। ध् 04रू45 च्ड नं0: 0522 2237230 0522 2239586 ई-मेल: information_up ,oa yahoo.co.in 8 नवंबर 2020खादी तथा ग्रामोद्योग बोर्ड के परिसर मेें माटीकला मेला-2020 का आयोजन किया जा रहा है। मेले में मिटट्ी से निर्मित उत्कृष्ट उत्पादों की एक लम्बी श्रृंखला मौजूद हैं। रविवार का साप्ताहिक अवकाश होने के कारण लोगों की भारी भीड़ प्रदर्शनी में उमड़ रही है। दीपावली का पर्व दस्तक देने को है जिसके कारण लोगों ने अपने घरों को सजाने के लिए अपनी पसन्द के मिटट्ी से निर्मित डिजाइनर दिये, मूर्तियों व बर्तन आदि की जमकर खरीदारी की।अपर मुख्य सचिव/महाप्रबन्धक, माटीकला बोर्ड, डा0 नवनीत सहगल ने आज यहां दी ।
उन्हांेने बताया कि प्रदर्शनी में शिल्पकारों द्वारा मिटट्ी से निर्मित उत्पादों का कलात्मक प्रदर्शन सजीव रूप में किया गया, अपने समक्ष इलेक्ट्रिक चाक पर कुशल कारीगरों के हाथों बनाये जाने वाले मिट्टी के प्याले, कुल्हड़ एवं दिये आदि को बनता देखकर लोग काफी उत्साहित हुए।पारम्परिक कला से जुड़े कुशल कारीगरों एवं शिल्पकारों को इस तरह के मंच प्रदान करने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। इससे न सिर्फ उनकी कला को प्रोत्साहन मिलता है बल्कि उनकी आमदनी के साथ ही उन्हें स्वरोजगार भी प्राप्त हो रहा है। विभिन्न जनपदों से आये कुम्हारों एवं शिल्पकारों ने बताया कि लखनऊवासियों द्वारा उनकी कलाकृतियों को न सिर्फ सराहा जा रहा बल्कि उनकी अच्छी बिक्री भी हो रही हैै।
मुख्य सचिव ने बताया कि लोगों मंे आज पारम्परिक कला के प्रति जागरूकता देखने को मिल रही है जो भविष्य के लिए माटीकला से जुड़े लोगों का उत्साहवर्धन कर रही है। मेले में आज लगभग रू0 4.15 लाख की बिेक्री की जा चुकी है एवं दिनांक 4 नवम्बर .2020 से अब तक का कुल क्रमिक योग लगभग रू0 8.65 लाख हो गया है। ध् 06रू25 च्ड नं0: 0522 2237230 0522 2239586 ई-मेल: information_up ,oa yahoo.co.in
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