उत्तर प्रदेश औद्योगिक प्रदेश बनने की दिशा में तेजी से अग्रसर: सिद्धार्थ नाथ सिंह
Date posted: 17 October 2020
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम, निवेश एवं निर्यात प्रोत्साहन मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश औद्योगिक प्रदेश बनने की दिशा में तेजी से अग्रसर हो रहा है। कोविड-19 महामारी के बाद पूरी दुनिया में सस्टेनेबिलिटी कांसेप्ट को नजर अंदाज नहीं किया जा सकता है।
कोविड-19 महामारी से पहले 2019 में हमारे प्रदेश के मुख्यमंत्री जी ने निश्चय किया था कि महात्मा गांधी जी के जन्मदिन पर उनकी याद में तीन दिवस तक निरंतर चलने वाला एक विशेष विधानसभा सत्र करेंगे, जिसमें 17 मुख्य बिन्दुओं में से 16 को लागू किया जायेगा। उन्होंने कहा सस्टेनेबिलिटी के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए प्रख्यात एजुकेशन इंस्टीट्यूट के साथ उत्तर प्रदेश के सारे ब्यूरोक्रेट्स एवं मुख्यमंत्री जी भी तीन दिवसीय चर्चा में शामिल हुए। जिसमें नीतियां बनाने के लिए दिशा निर्देश बनाए गए, जिनसे कोविड-19 महामारी से बचाव में सहायता मिली।
सिंह ने कल देर रात्रि अपने आवास पर पी एच डी चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री उत्तर प्रदेश चैप्टर द्वारा ओंटारियो तथा उत्तर प्रदेश के बीच व्यापार और निवेश के लिये आयोजित इंटरैक्टिव वेबिनार सत्र को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कनाडा में फूड प्रोसेसिंग, टेक्नोलॉजी, रोबोटिक्स फार्मास्यूटिकल, टूरिज्म, एविएशन तकनीकी रूप से विकसित है और उत्तर प्रदेश में इन सभी क्षेत्रों में निवेश की असीम सम्भावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार फार्मास्यूटिकल पार्क व जेवर में अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट बनाने जा रही है। उन्होंने निवेश मित्र पोर्टल के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि इस पोर्टल में अप्लाई करते ही 72 घंटे के भीतर अनापत्ति प्रमाण-पत्र जारी करने की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है।
वेबिनार को सम्बोधित करते हुए ओंटारियो के आर्थिक विकास मंत्री और मंत्रिमंडल के अध्यक्ष विक्टर फेडली, टोरंटो में भारत के महावाणिज्यदूत नीना तांगरी, ओन्टारियो के आर्थिक विकास, रोजगार सृजन और व्यापार संवर्धन मंत्रालय की संसदीय सचिव ने कहा कि उत्तर प्रदेश के कुशल श्रमिक, परिवहन, अवस्थापना सुविधाएं, पावर जैसे क्षेत्रों में उन्नति होने से आने वाले समय में भारत की अर्थव्यवस्था एक ट्रिलियन पहुंचने वाली है। उत्तर प्रदेश में अनुकूल नीतियों के कारण हाल ही में भारत में उत्तर प्रदेश ने इज ऑफ डूइंग बिजनेस में दूसरा स्थान भी हासिल किया है। आईटी इंटेक्स मोबाइल इलेक्ट्रॉनिक एग्रीकल्चर फूड क्लीन टेक्नोलॉजी फार्मा जैसे क्षेत्रों में बहुत सारी कंपनियों के पास विश्व स्तरीय तकनीकी है, जो उत्पाद बढ़ाने में भारत को मदद कर सकती है।
प्रदीप मुल्तानी सीनियर वाईस प्रेसिडेंट पीएचडी चैम्बर ने कहा कि उत्तर प्रदेश भारत का पांचवा सबसे बड़ा राज्य है, तथा कुशल, अर्ध-कुशल और अकुशल श्रम के एक बड़े पूल के साथ, भारत में सबसे अधिक आबादी वाला राज्य है। राज्य ने हाल ही में व्यापार करने के लिए बेहतर गंतव्य बन गए राज्यों के शीर्ष रैंक में अपनी प्रविष्टि बनाई, व आगे बढ़ाते हुए दूसरा सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाले राज्य बन गया हैं और ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के मामले में दूसरा स्थान हासिल किया। राज्य ने एकल-खिड़की मंजूरी से लेकर सूचना तक आसान पहुंच के लिए कई सुधारों को बेहतर तरीके से लागू करने की अपनी क्षमता के आधार पर रैंक में वृद्धि की।
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