जब स्कूल में अध्यापक नहीं रहेगें तो छात्र कमरों का क्या करेगें-मनोज तिवारी
Date posted: 29 January 2019
नई दिल्ली, 29 जनवरी। दिल्ली भाजपा अध्यक्ष श्री मनोज तिवारी एवं दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष श्री विजेन्द्र गुप्ता ने आज प्रदेश कार्यालय पर दिल्ली के छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों का राजनीतिक दुरूपयोग करने व आम आदमी पार्टी के नेताओं एवं मंत्रियों का लोकायुक्त को संपत्ति का ब्यौरा न देने को लेकर संयुक्त प्रेस वार्ता की। इस प्रेस वार्ता में दिल्ली भाजपा के महामंत्री श्री राजेश भाटिया, मीडिया प्रभारी श्री प्रत्युष कंठ, सह-प्रभारी श्री नीलकांत बख्शी व प्रमुख श्री अशोक गोयल देवराहा उपस्थित थे।
पत्रकारवार्ता को सम्बोधित करते हुये श्री मनोज तिवारी ने कहा कि आम आदमी पार्टी के नेताओं व मंत्रियों द्वारा दिल्ली के स्कूलों में चुनावी सभाओं का आयोजन करके दिल्ली के छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों का राजनीतिक दुरूपयोग करने की कोशिश हो रही है। दिल्ली की जनता ने 67 सीटें देकर केजरीवाल को दिल्ली की सत्ता पर काबिज किया लेकिन निगम चुनावों में 272 सीटों में जब 67 सीटें भी आम आदमी पार्टी को नहीं मिली तो राजनीतिक हार को केजरीवाल सहन नहीं कर सके। 2017 के बाद देश के विभिन्न राज्यों में जहां भी चुनाव हुये हैं और आम आदमी पार्टी ने चुनाव लड़ा है, इन चुनावों में आम आदमी पार्टी उम्मीदवारों की जमानत जब्त हुई है और कई जगह तो उन्हें नोटा से भी कम वोट मिले हैं। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी के आंतरिक सर्वे से दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल को पता चला कि दिल्ली के स्कूली छात्रों के जिन अभिभावकों का डाटा वो एकत्र कर रहे थे वे सभी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी को आगामी चुनाव में मतदान करने वाले हैं यह जानकर केजरीवाल बुरी तरह हताश होकर स्कूल के मासूम बच्चों पर दबाव डालकर कहा कि वे अपने अभिभावकों को मोदी के खिलाफ मतदान करने के लिए कहें। इससे पता चलता है कि केजरीवाल अपना मानसिक संतुलन पूरी तरह खो चुके हैं और उनको ऊंची ईमारतों, मेट्रो स्टेशन और रेलवे स्टेशनों की पटरियों के नजदीक जाने से बचना चाहिये।
श्री तिवारी ने कहा कि 4 वर्षों के कार्यकाल में एक भी नया स्कूल नहीं बना और अब 4 वर्षों के बाद केजरीवाल 11000 कमरों का शिलान्यास करने जा रहे है, जिसके लिए उन्होंने कोई भी नये अध्यपाकों की नियुक्ती नहीं की, जब स्कूल में अध्यापक नहीं रहेगें तो छात्र कमरों का क्या करेगें। इससे पूर्व चुनाव आयोग ने केजरीवाल व आम आदमी पार्टी को दिल्ली के स्कूली छात्रों के अभिभावकों का डाटा मांगने को लेकर सख्त लहजे में मना किया था और जो डाटा एकत्र किया गया था उसे जब्त करने का आदेश दिया था। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने भी दिल्ली अभिभावक संघ की अध्यक्षा सुश्री अपराजिता गौतम के शिकायत पत्र जिसमें दिल्ली सरकार के नेताओं व मंत्रियों के खिलाफ बाल अधिकारों का अतिक्रमण व हानि पहुंचाने का आरोप है इस पर संज्ञान लेते हुये दिल्ली सरकार के शिक्षा निदेशालय को पत्र लिखकर कहा कि राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सेक्शन 13(1)(।) सी.पी.सी.आर. एक्ट, 2005 के अन्तर्गत छात्रों को स्कूल में स्वस्थ्य वातारण मिलना चाहिये और किसी भी तरह उनकी सुरक्षा को किसी भी प्रकार के जोखिम में नहीं डालना चाहिये। स्कूलों को चुनाव प्रचार का अड्डा नहीं बनाना चाहिये।
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि केजरीवाल हताशा व निराशा से घिरे हुये मानसिक रोग से पीड़ित हो चुके है बार-बार सवैंधानिक संस्थाओं पर हमला करके वह दिल्ली के मुख्यमंत्री की कुर्सी की मान मर्यादा को भी कलंकित कर रहे है। दिल्ली की जनता ने आपको दिल्ली के विकास के लिए चुना था लेकिन आप केवल स्वार्थ प्रेरित राजनीति करके झूठ के दुष्प्रचार के माध्यम से जनता को गुमराह कर रहे है।
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