जब बाढ़ वापस चला जायेगा तो, तेजस्वी निकलेंगे बाढ़ क्षेत्र में पिकनिक मनाने: मनोज शर्मा

पटना: भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता और पूर्व विधायक मनोज शर्मा ने तेजस्वी यादव के बाढ़ के ऊपर दिए गए बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि तेजस्वी यादव को बाढ़ राहत की चर्चा करने का कोई हक नहीं है। तेजस्वी यादव शायद भूल रहे हैं कि इसी बाढ़ राहत सामग्री के घोटाले को लेकर उनके पूरे परिवार की बदनामी पूरे देश मे हो चुकी है। लालू राबड़ी सरकार में अधिकारियों की मिली भगत से यह बाढ़ राहत के पैसों का वारा न्यारा करते थे।

तेजस्वी यादव बाढ़ को लेकर गंभीर हैं लेकिन, जब उनके पिता लालू प्रसाद यादव बिहार के मुख्यमंत्री हुआ करते थे तो कहते थे कि ‘बाढ़ आपके भाग्य को जगाने आई है गंगा मैया, आप सभी के लिए मछली लाई है’। अब ऐसी सोच रखने वाले के पुत्र बाढ़ की चिंता करें तो यह बहुत ही हास्यास्पद लगता है। तेजस्वी यादव बाढ़ की भयावह स्थिति पर भी राजनीति करना नहीं भूल रहे हैं। जब बाढ़ का पानी वापस चला जाएगा तो, यह दिखावे के लिए बाढ़ प्रभावित इलाकों में पिकनिक मनाने जाएंगे। अभी तो ये देश विदेश घूम रहे है।
भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता मनोज शर्मा ने बताया कि केंद्र की नरेन्द्र मोदी की सरकार बिहार को लेकर काफी चिंतित है। इसको लेकर खासतौर पर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय जी को इसकी जिम्मेदारी सौंप गई है। वह लगातार बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का जायजा ले रहे हैं, बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में लोगों की सुरक्षा के लिए जो जरूरी चीजे हैं, उसकी व्यवस्था कर रहे हैं। गृह मंत्रालय ने एनडीआरएफ की 11 टीम बिहार में भेजी हुई है, जो लगातार बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में दिनरात रहकर लोगों के जानमाल की सुरक्षा कर रहे हैं। लगातार एयरफोर्स के हेलीकॉप्टर से राहत सामग्री बाढ़ प्रभावित इलाकों में बांटे जा रहे हैं। इसके अलावा केंद्र सरकार ने 656 करोड रुपए बिहार सरकार को बाढ़ राहत के लिए अलग से दिया है। भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता और आरएसएस के स्वयंसेवक लगातार बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लोगों की मदद कर रहे हैं, साथ ही उन्हें ऊंची जगह पर पहुंचाने के साथ-साथ उन्हें रोजमर्रे में उपयोग में आने वाली सामग्री भी उपलब्ध करा रहें है।
श्री शर्मा ने कहा कि इधर,  बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में सामुदायिक रसोई, नांव संचालन, पशुओं के लिए चारा, जीवन रक्षक दवाईयां सहित अन्य राहत समाग्री की उपलब्धता के लिए बिहार सरकार निरंतर काम कर रही है। साथ ही अत्यधिक खतरे वाले क्षेत्र से आम जनता को बाहर निकालने के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है।  बाढ़ से सुरक्षा एवं राहत कार्यों के लिए जल संसाधन विभाग और सभी बाढ़ प्रभावित जिला प्रशासन 24 घंटे लगातार काम कर रहा है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का शुरू से स्पष्ट मानना रहा है कि राज्य के खजाने पर पहला अधिकार बाढ़ आपदा पीड़ितों का है।

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