राम वन गमन मार्ग के बनने से अतीत की स्मृतियां होंगी ताजा, बढ़ेंगी पर्यटकों की संख्या
Date posted: 9 September 2020
लखनऊ: उ0प्र0 के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि सरकार की अति महत्वाकांक्षी परियोजना ‘‘राम वन गमन मार्ग’’ के पूर्ण होने से जहां चित्रकूट और अयोध्या में पर्यटकों की बेशुमार वृद्धि होगी, वहीं यह परियोजना आगामी महाकुम्भ के आयोजन में आवागमन के दृष्टिकोण से अत्यन्त उपयोगी और महत्वपूर्ण साबित होगी। श्री मौर्य ने आज एन0एच0ए0आई0 एवं सड़क परिवहन तथा राजमार्ग मंत्रालय के अधिकारियों द्वारा इस परियोजना के वेबिनार के जरिये हुये प्रजेन्टेशन के दौरान उक्त विचार व्यक्त किये।
उन्होने सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिये कि प्रयागराज में आगामी महाकुम्भ के पहले-पहले इस परियोजना को हर हाल में पूरा किया जाय। उन्होने प्रयागराज में 4 लेन इनर रिंग रोड को भी महाकुम्भ से पूर्व पूरा करने के निर्देश दिये। उन्होने कहा कि महाकुम्भ में 50 करोड़ लोगों के आने की सम्भावना है, इस दृष्टिकोण से राम वन गमन मार्ग, प्रयागराज 4 लेन इनर रिंग रोड, प्रयागराज में फाफामऊ में गंगा नदी पर निर्मित सेतु के समानान्तर नये 6 लेन सेतु, चकेरी-प्रयागराज के 6 लेन चैड़ीकरण एवं हण्डिया राजातालाब सेक्शन के 6 लेन चैड़ीकरण कार्य पर विशेष ध्यान दिये जाने के निर्देश दिये।
राम वन गमन मार्ग के संरेखण के वेबिनार के जरिये किये गये प्रस्तुतीकरण में बताया गया कि इसका निर्माण 2 पैकेजों में प्रस्तावित किया गया है। प्रथम पैकेज की लम्बाई 54.50 किमी0 तथा द्वितीय पैकेज की लम्बाई 46.80 किमी0 आंकलित की गयी है। प्रथम पैकेज के अन्तर्गत श्रंगवेश्वर धाम के निकट गंगा नदी पर 1 किमी0 लम्बा दीर्घ सेतु एवं राजापुर के निकट महेवा घाट पर यमुना नदी पर लगभग 600 मी0 लम्बाई का दीर्घ सेतु बनाया जायेगा। राम वन गमन मार्ग परियोजना की कुल लम्बाई 102 किमी0 होगी, इसमें 02 दीर्घ सेतु, 02 आर0ओ0बी0 और 02 फ्लाई ओवर निर्मित किये जाने प्रस्तावित हैं। परियोजना की 102 किमी0 लम्बाई में से लगभग 60 किमी0 लम्बाई हरित क्षेत्र से होकर जायेगी। परियोजना हेतु सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय भारत सरकार द्वारा रू0 452.00 करोड़ का वित्तीय अनुमोदन प्रदान कर दिया गया है।
प्रयागराज में प्रस्तावित 4 लेन इनर रिंग रोड के संरेखण के प्रस्तुतीकरण में बताया गया कि प्रस्तावित प्रयागराज इनर रिंग रोड की कुल लम्बाई 98 किमी0 है, जिसमें से 68 किमी0 ग्रीन फील्ड में तथा 30 किमी0 की लम्बाई प्रयागराज के वर्तमान बाईपास की है। इस परियोजना की अनुमानित लागत रू0 6879 करोड़ है, 04 लेन इनर रिंग रोड निर्माण हेतु एन0एच0ए0आई0 द्वारा भूमि अधिग्रहरण की कार्यवाही हेतु धारा-3(1) का प्रकाशन जनवरी 2020 में ही किया जा चुका है। परियोजना प्रारम्भ करने की आवश्यक कार्यवाही एन0एच0ए0आई0 मुख्यालय स्तर पर की जा रही है। उपमुख्यमंत्री ने इसका कार्य शीघ्र प्रारम्भ कराने के निर्देश एन0एच0ए0आई0 के अधिकारियों को दिये।
अधिशासी अभियन्ता, पी0आई0यू0, सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय द्वारा रा0मा0 संख्या-96 पर प्रयागराज में, फाफामऊ में गंगा नदी पर निर्मित सेतु के समानान्तर नये 6 लेन सेतु के निर्माण के सम्बन्ध में प्रस्तुतीकरण के दौरान उपमुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि सेतु कार्य की निविदा की स्वीकृति शीघ्र निर्गत की जाय। उन्होने कहा इसके निर्माण में यदि कहीं कोई दिक्कत आ रही हो तो उसे अवगत कराते हुये, उसका निराकरण सुनिश्चित कर लिया जाय। इस परियोजना की लागत लगभग रू0 2 हजार करोड़ आंकलित की गयी है। उपमुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि लोक निर्माण विभाग, सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के अधिकारी शासन व प्रशासन के अधिकारियों से समन्वय कर सभी आवश्यक कार्यवाही पूर्ण कर लें।
श्री मौर्य ने इस दौरान चकेरी-प्रयागराज के 6 लेन मार्ग के चैड़ीकरण कार्य एवं हण्डिया राजातालाब सेक्शन के 6 लेन चैड़ीकरण कार्य की प्रगति की समीक्षा की और अधिकारियों को निर्देश दिये कि इन कार्यों को त्वरित गति से कराते हुये शीघ्र पूरा किया जाय। उपमुख्यमंत्री ने सभी परियोजनाओं में सड़क सुरक्षा के मानकों पर विशेष रूप से ध्यान दिये जाने के निर्देश दिये।
Facebook Comments