पीएम मोदी की प्रेरणा से जनांदोलन बना योग दिवस: डॉ संजय जायसवाल

पटना: प्रधानमन्त्री मोदी के प्रयासों से योग को पूरी दुनिया में एक नयी पहचान मिलने के बारे में जानकारी देते हुए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल ने कहा “ योग पूरे विश्व को भारत की एक अद्भुत और अनुपम भेंट थी, जिसका उद्देश्य केवल मानवता का कल्याण था, लेकिन समय के बहाव में यह विद्या गायब सी हो गयी थी. लेकिन आज परिस्थितियां बदल चुकी हैं और विश्व में तमाम देशों ने इस से फिर से अपनाना शुरू कर दिया है. वास्तव में योग को फिर से दुनिया में सम्मान दिलाने का श्रेय सीधे प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी को जाता है.

गौरतलब हो कि 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर ही  संयुक्त राष्ट्र ने 21 जून को वैश्विक योग दिवस के तौर पर चिह्नित किया था और पहले अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का आयोजन 21 जून, 2015 में दिल्ली के राजपथ पर हुआ था. उसके बाद से ही दुनिया के अधिकांश देशों में योग दिवस एक पर्व की तरह मनाया जाता है. इस बार कोरोना संकट के बावजूद दुनिया के अधिकांश देशों में योग दिवस मनाया गया है. प्रधानमन्त्री मोदी जी की प्रेरणा से अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस अब दुनियाभर में एक जन आंदोलन बन गया है यहाँ तक कि कई देशों में यह सार्वजनिक जीवन का अहम हिस्सा बन चुका है.”

कोरोना संकट से लड़ने में योग के महत्व को बताते हुए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा “ कोरोना काल में योग का महत्व और बढ़ गया है. कोरोना वायरस  हमारे श्वसन तंत्र और हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता पर सीधा हमला करता है. इसका मुकाबला प्राणायाम द्वारा किया जा सकता है. नियमित रूप से किए जाने पर प्राणायाम न केवल श्वास लेने की प्रणाली को मजबूत करता है, बल्कि आंतरिक विकारों को भी दूर करता है.”

लोगों से योग अपनाने की अपील करते हुए डॉ जायसवाल ने कहा “  आज के तनावपूर्ण दौर में योग लोगों के बेहद जरूरी हो गया है. यह लोगों के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है. योग किसी धर्म या जाति से जुड़ा नहीं है, इसे कोई भी कर सकता है, यहाँ तक कि जिसे किसी धर्म या जाति में आस्था न हो, वह भी योग कर सकता है. युवाओं को तो इसे जरुर करना चाहिए क्योंकि योग से एकाग्रता बढती है, काम-काज और पढाई में मन लगता है. योग तन, मन और दिमाग की शांति में अहम भूमिका निभाता है. इसलिए हर किसी को इसे अपने जीवन में अवश्य उतारना चाहिए.”

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