उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण की दर को नियंत्रित करने में मिली सफलता
Date posted: 28 September 2020
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव सूचना एवं गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने आज यहां लोक भवन में प्रेस प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए बताया कि मुख्यमंत्री ने जनपद लखनऊ, कानपुर नगर व मेरठ में कोविड-19 के सम्बन्ध में माइक्रोप्लानिंग बनाकर कार्यवाही किए जाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि टेस्टिंग और सर्विलांस जितना सुदृढ़ होगा, कोरोना के प्रसार को रोकने में उतनी ही अधिक सफलता मिलेगी।
उन्होंने मुख्य सचिव को निर्देश दिए कि माइक्रो कन्टेनमेन्ट जोन, टेस्टिंग और सर्विलांस आदि के सम्बन्ध में निरन्तर फीडबैक लेते हुए उचित कार्यवाही करें। उन्हांेने कहा कि जब तक कोरोना की कोई वैक्सीन नहीं आती, तब तक सतर्कता व बचाव ही एक मात्र उपाय है। उन्होंने कहा है कि उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण की दर को नियंत्रित करने में सफलता मिली है। पिछले एक सप्ताह में सक्रिय कोरोना के केसेज की संख्या में काफी कमी आई है, यह एक अच्छा संकेत है। यह दर्शाता है कि राज्य सरकार की कोविड-19 के प्रति अपनाई गई रणनीति कारगर रही है। कोविड-19 नियंत्रण सम्बन्धी कार्य सक्रियता के साथ निरन्तर जारी रखें जाएं। उन्होंने फोकस्ड टेस्टिंग किए जाने पर बल देते हुए कहा कि कोविड बेड्स की संख्या में वृद्धि सुनिश्चित की जाए।
अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री ने कहा है कि आगामी त्यौहारों के दृष्टिगत कोविड-19 के सम्बन्ध में पूरी सतर्कता व बचाव के उपाय अपनाते हुए कार्य संचालित किए जाएं। महत्वपूर्ण चैराहों व स्थानों पर पब्लिक एड्रेस सिस्टम के माध्यम से कोविड-19 के सम्बन्ध में जागरूकता उत्पन्न करने का कार्य प्रभावी रूप से किया जाए। निगरानी समितियों को कार्यशील रखा जाए। कोविड हेल्प डेस्क सभी अस्पतालों, औद्योगिक इकाइयों, सरकारी कार्यालयों में निरन्तर कार्यशील रहें। प्रत्येक जनपद में इंटीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कन्ट्रोल सेन्टर को सुदृढ़ करते हुए उन्हें प्रभावी ढंग से संचालित किया जाए। मुख्यमंत्री जी को अपर मुख्य सचिव चिकित्सा शिक्षा ने अवगत कराया कि आर0टी0पी0आर0 के माध्यम से 60 हजार टेस्टिंग किए जाने की व्यवस्था की जा रही है।
अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री ने कहा है कि अनलाॅक व्यवस्था के तहत औद्योगिक विकास और गतिविधियों को संचालित किया जा रहा है। इन्वेस्टर्स समिट के दौरान और उसके बाद प्रदेश में निवेश के इच्छुक उद्यमियों और निवेशकों से निरन्तर संवाद रखा जाए। उनकी समस्याओं का निस्तारण शीघ्रता से किया जाए। उन्होंने स्टेट लेवल बैंकर्स कमेटी के साथ बैठक किए जाने के निर्देश दिए और कहा कि ऐसी कार्य योजना बनाई जाए, जिससे अधिक से अधिक लोग स्वरोजगार से जुड़ सकें। उन्होंने बताया कि मुख्यमत्री जी ने कहा है कि 01 अक्टूबर, 2020 से धान खरीद का कार्य प्रारम्भ कर दिया जाए। इस सम्बन्ध मंे सारी व्यवस्थाएं समय रहते कर ली जाएं, जिससे किसानों को किसी भी प्रकार की समस्या न होने पाए। यह भी सुनिश्चित किया जाए कि किसानों को उनकी उपज का न्यूनतम समर्थन मूल्य प्रत्येक दशा में मिले। उन्होंने गौ आश्रय स्थलों की व्यवस्थाओं को चुस्त-दुरुस्त किए जाने के निर्देश देते हुए कहा कि चारे की पर्याप्त व्यवस्था हो। तथा गौवंश का टीकाकरण भी कराया जाए।
अवस्थी ने बताया कि कल मुख्यमंत्री के समक्ष पुलिस महानिरिक्षक जोन लखनऊ लक्ष्मी सिंह द्वारा आपरेशन शक्ति का प्रस्तुतीकरण किया गया। उन्होंने बताया कि यह गृह विभाग का एक अनूठा और प्रशंसनीय प्रयास है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये है कि प्रमुख चैराहों, महिला स्कूल/काॅलेजों तथा क्राइम मैपिंग कर चिन्हित स्थानों पर महिला पुलिसकर्मी की तैनाती की जाए, लगातार शक्ति मोबाइल द्वारा पाबंद किया जाए, विशेष अभियान चलाकर हर जिले में पाॅस्कों एक्ट में शीघ्र सजा कराना तथा जनसाधारण में इसका व्यापक प्रचार-प्रसार कराना सुनिश्चित किया जाए, बीटप्रभारी, थानाध्यक्ष व क्षेत्राधिकारी के ग्राम भ्रमण के दौरान ऐसे अभियुक्तों तथा उपद्रवी तत्वों को बुलाकर उनकी काउन्सिलिंग/हाजिरी ली जाए। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर पहली बार एक वृहद रूप से अभियान के रूप में महिला संबंधी अपराधों में प्रकाश में आये अभियुक्तों को उनके सामाजिक दायित्व बोध का संज्ञान कराते हुए परिवार वालों के भी दायित्व का निर्धारण किया गया है।
श्री अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार सभी थानों मे कार्यरत महिला पुलिसकर्मियों को जागृत कर सशक्त किया जाए, उन्हें शक्ति मोबाइल पर कार्य करने के लिए ब्रीफ किया जाए, महिलाओं के विरूद्ध अपराधांे में अभियुक्त के जमानतदार को भी इस अभियान में काउन्सिलिंग कर उन्हें भी उत्तरदायी बताया जाए, इसके साथ ही अपराध रजिस्टार को अपडेट कर सारे महिला अपराधों की जानकारी पूर्ण की जाए। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार महिला पुलिसकर्मी/शक्ति मोबाइल प्रभारी के नम्बर महिला ग्रुप एवं पंचायत में गांव-गांव प्रसारित किया जाए, अपराध रजिस्टार से महिला सम्बन्धी अपराधों की क्षेत्रवार सूचना की लिस्ट बीट कांस्टेबल को निगरानी हेतु दी जाए। सभी अभियुक्तों तथा चिन्हित किये गये व्यक्ति की अध्यावधिक सूचना नाम, मोबाइल नम्बल, जमानतदार के साथ क्षेत्राधिकारी के यहाॅ रखी जाए, सभी क्षेत्राधिकारियों को निर्देशित किया जाए कि वो प्रत्येक बीट कांस्टेबल कि बीट सूचना रजिस्टर हर माह अपडेट कराने के भी निर्देश दिये है। उन्होंने बताया कि विगत 05 सितम्बर से 10 दिवसीय अभियान के अन्तर्गत गांव-गांव में पहुंचे पुलिसजन के माध्यम से गांव समाज को सक्रिय करना, यह सामाजिक अपराध है जिसमें जनमानस में सामाजिक उत्तरदायित्व को जाग्रत करना, उपद्रवी एवं दिग्भ्रमित युवाओं को चिन्हित कर समाज में उन्मुख करना, भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो यह भी सुनिश्चित करे।
श्री अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये है कि महिला सम्बन्धी अपराधों हत्या, बलात्कार, शीलभंग, छेड़खानी, पाॅक्सों एक्ट व एंटीरोमियों द्वारा की गई कार्यवाही में सम्मिलित व प्रकाश में आये अभियुक्तों तथा जेल से बाहर आये अभियुक्तों के विरूद्ध अभियान चलाए जाये इसके साथ ही क्राइम मैपिंग के जरियें वलनेरेबल स्पाॅट को चिन्हित कर जैसे बाजार, बालिका विद्यालयों के आस-पास गाॅव के मध्य चैराहे इत्यादि पर शक्ति मोबाइल के द्वारा छापामारी, गाॅव-गाॅव मे ंऐसे तत्वों को तथा उनके परिवार को जिम्मेदार सदस्य को 107/116 सी0आर0 पी0सी0 के तहत मौके पर पाबंद कराना, उनकों समाज में खड़ा कर काउन्सिलिंग कराना। उन्होंने बताया कि कुल 822 अभियुक्तों तथा 669 परिजनों के विरूद्ध 107/116 सी0आर0 पी0सी0 के पाबंद करने की कार्यवाही की गयी। 770 अभियुक्तों के खिलाफ 110जी के कार्यवाही का निर्धारण, एक से अधिक बार चिन्हित 564 व्यक्तियों के विरूद्ध गुंडा एक्ट के तहत कार्यवाही, एंटीरोमियों स्कवाड द्वारा बड़ें पैमाने पर कार्यवाही करते हुए कुल 4512 स्थानों पर लगभग 6528 व्यक्तियों को चेक करते हुए 531 व्यक्तियों का चालान 151 सी0आर0 पी0सी0 के अंतर्गत किया गया है।
श्री अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री ने आज कोरोना के संदर्भ में टीम-11 की बैठक ली, श्री अवस्थी ने कहा कि कल अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य द्वारा मा0 मुख्यमंत्री जी के समक्ष प्रस्तुतीकरण किया गया, जिसमें 16 जनपदों की समीक्षा की गयी। प्रत्येक जनपद के नोडल अधिकारियों को उन्होंने निर्देश दिया गया है कि इन 16 जनपदों में जहां पिछले सप्ताह प्रतिदिन 100 या उससे अधिक कोरोना केस आ रहे है, उसे हर हालात में कम किया जाए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये है कि इन जनपदों में होने वाली मृत्युदर को भी प्रत्येक दशा में नियंत्रित किया जाए। उन्होंने बताया कि आगरा, मेरठ, गौतमबुद्धनगर, गाजियाबाद, हरदोई, लखनऊ, कानपुर, वाराणसी, मुरादाबाद, झांसी, प्रयागराज, बागपत तथा ललितपुर आदि जनपदों में कोरोना के केसों में कमी आयी है। उन्होंने बताया कि जिन जनपदों में बढोत्तरी हो रही है वहां और अधिक प्रभावी प्रयास करने की आवश्यकता है।
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